Thursday, November 23, 2023

केदारनाथ यात्रा 2024 की योजना

 उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में चारों तरफ से बर्फ की पहाड़ों के बीच में स्थित अलौकिक केदारनाथ मंदिर, उत्तराखंड के चारधाम, पंच केदार और 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों का हिस्सा है। भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर समुद्र तट से 11800 फीट की ऊंचाई पर है, बर्फ से ढकी पहाड़ियों और खूबसूरत मंदाकिनी नदी की कल्कलाती हुई आवाज यहां की खूबसूरती को और बढ़ा देती है। चलिए 2024 की योजना बनाते हैं।

Kedarnath Temple


केदारनाथ की कुछ जरूरी तथ्य (Important facts)

1) केदारनाथ यात्रा 2024 में खुलने की तिथि(opening date) - 13 मई 2024

2) जाने का श्रेष्ठ समय (best Time) - मई जून सितंबर और अक्टूबर ( may, June, September and october)

)केदारनाथ यात्रा की दूरी(Distance) -16 किलोमीटर

)नजदीकी लोह पथ गामिनी विराम बिंदु (Nearest railway station)- ऋषिकेश

 )नजदीकी हवाई अड्डा(nearest airport) -जॉली ग्रांट हवाई अड्डा देहरादून

)केदारनाथ यात्रा 2024 पंजीकृत - ऑफिशल वेबसाइट(https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/signin.php)

 

केदारनाथ जी की यात्रा का योजना आप कहीं से भी बना रहे हो सबसे पहले आप या तो दिल्ली पहुंचिए या फिर ऋषिकेश। अगर आप दिल्ली आते हैं तो दिल्ली से बहुत सारे विकल्प है जिससे ऋषिकेश पहुंच जा सकता है।

 1) आप गवर्नमेंट द्वारा चलाई जाने वाले वाहन का प्रयोग कर सकते हैं

2) दूसरा प्राइवेट बहुत सारी वाहन चलती है जिसे आप ऑनलाइन बुकिंग कर सकते है।

3) आप रेल यात्रा का भी उपयोग कर सकते हैं।

4) अगर समय की पाबंधी है तो दिल्ली से देहरादून के लिए आप हवाई जहाज ले सकते हैं या फिर आप जहां से भी रहे हैं वहां से देहरादून के लिए हवाई जहाज ले सकते हैं। देहरादून हवाई अड्डे से ऋषिकेश सिर्फ 30 मिनट का रास्ता है।

आपको अपनी सुविधा के अनुसार इन 4 में से जो भी आपके लिए अनुकूल है उसका प्रयोग करके हरिद्वार या फिर ऋषिकेश पहुंचे।

कोशिश करें कि ऋषिकेश और हरिद्वार आप सुबह ही पहुंचे, क्योंकि वहां से सभी वाहन सुबह 8:00 बजे से पहले ही अपने स्थान के लिए प्रस्थान कर जाते हैं

ऋषिकेश/हरिद्वार से केदारनाथ-

अब ऋषिकेश से यह हरिद्वार से केदारनाथ जाने के लिए हमारे पास क्या-क्या विकल्प उपलब्ध है।

) विकल्प आप वहां से सरकार द्वारा चलाई जाने वाली वाहन ले सकते हैं जो की सुबह 3:00 से 7:00 के बीच में निकलती है

) हरिद्वार और ऋषिकेश में बहुत सारे पर्यटन और यात्रा वाले होते हैं जहां से आप अपने लिए निजी वाहन ले सकते है।

) आप ऋषिकेश से या हरिद्वार से अपना पूरा केदारनाथ यात्रा पैकेज (Kedarnath yatra package) बुक करवा के जा सकते हैं जिसमें आपके वाहन, आपके रुकने की व्यवस्था, आपके खाने की व्यवस्था सब आपके पैकेज में होती है।

अगर आप सरकारी बस या फिर अपना निजी वाहन बुक करके आते हैं तो लगभग 8 से 9 घंटे में आप सोनप्रयाग पहुंच जाएंगे अब यहां पर आपको रात में विश्राम के लिए उपयुक्त व्यवस्था करनी 

1) अगर आपका बजट कम है तो आप डॉरमेट्री या कैंप के लिए जा सकते हैं जिसका प्राइस आपको 800 से 1200 प्रति व्यक्ति के हिसाब से होगा।

) आप वहां पर रूम भी ले सकते हैं शेयरिंग पर वहां रूम भी मिलते हैं उसका प्राइस लगभग आपको 1200 से 1800 प्रति व्यक्ति होगा।

) अगर आप थोड़े अच्छे स्थान के लिए सोच रहे हैं तो आप वहां पर रिजॉर्ट्स ले सकते हैं जिसका प्राइज आपको 1500 से 2500 प्रति व्यक्ति पड़ेगा।

ऊपर बताए गए सभी विकल्पों में आपका दो समय का खाना साथ में दिया जाएगा।

 

केदारनाथ यात्रा कैसे जाए

अब केदारनाथ तक पहुंचाने का हमारे पास चार से पांच विकल्प है।

1) 16 किलोमीटर की पैदल यात्रा जो की बहुत ही खूबसूरत पहाड़ झरनों हरियाली से गुजरते हुए बाबा केदारनाथ तक पहुंचती है।

) अगर आप चलने में असमर्थ है यह कितना नहीं चल सकते हैं तो आप हेलीकॉप्टर बुक कर सकते हैं जो की हेली यात्रा आईआरसीटीसी से बुक होती है। हेली यात्रा तीन जगह से उपलब्ध है गुप्तकाशी फटा और सिरसी से। फटा और सीसी से हेलीकॉप्टर का प्राइस लगभग लगभग बराबर है और गुप्तकाशी से2000 एक्स्ट्रा है। आप अपनी सुविधा के अनुसार अपनी टिकट बुक कर सकते हैं।

) तीसरा विकल्प हमारे पास घोड़े या खच्चर का है जो आपको गौरीकुंड से मिलेगा घोड़े या खच्चर से यात्रा करने में आपको लगभग 3:30 से 4:30 घंटे लगेंगे। इसका टिकट आपको गौरीपुर में काउंटर से मिल जाएगा जिसका प्राइज वहां लिस्ट पर लिखा होता है क्योंकि हर साल प्राइस चेंज होता है और आप इनके ऑफिशल वेबसाइट पर चेक कर सकते हैं।

4) आप वहां से पिट्ठू या पालकी भी ले सकते जो कि आपको गौरीकुंड से मिल जाएगा पानी और पालकी का प्राइस घोड़े के प्राइस से आप 50 तो 60% ज्यादा पड़ेगा। अगर आप घोड़े से यात्रा करने में असमर्थ है तो पालकी या पिट्ठू का चुनाव कर सकते हैं।

 

यात्रा के लिए महत्वपूर्ण बख्शीस( important tips)

यात्रा करते समय कुछ चीजों का आप ध्यान रखें जिससे आपकी यात्रा आसान और सुखद होगी

1)अपना पानी का बोतल अपने साथ लेकर के जाएं और वहां पर कोई भी पानी की बोतल नहीं खरीदे आपको बहुत सारे झरने मिलेंगे जिसका पानी आप छान करके पी सकते हैं 

2) आप यात्रा करते समय अपना सामान जितना हलका होगा उतने जल्दी आप चल पाएंगे, आपको एक दिन की जो भी आवश्यक सामग्री है आप वही लेकर के जाए क्योंकि आप जितना ज्यादा सामान लेंगे आपको यात्रा करने में उतना ज्यादा समय लगेगा और आपको उतनी ही ज्यादा थकान होगी

3)यात्रा करते समय बहुत भोजन करें हल्के फुल्के तुरंत एनर्जी देने वाले खान-पान का उपयोग करें जैसे की चॉकलेट, ड्राई फ्रूट्स, एनर्जी बार, बिस्किट्स, नींबू पानी इत्यादि, यह सारी चीजों का  उपयोग करेंगे तो आपकी यात्रा में थोड़ी सी आसानी होगी।

)धीरे-धीरे चले बहुत तेज चल के आधा घंटा विश्राम करने का कोई मतलब नहीं है उसे आपकी बॉडी और ज्यादा थकेगी तो शुरू से ही यात्रा आप आराम आराम से करें कोशिश करें धीरे चले और ज्यादा ब्रेक ना ले, अगर ले भी तो ज्यादा देर आराम ना करें इससे आपकी बॉडी थकेगी नहीं और यात्रा सुखद होगी।

केदारनाथ में कहां रूके

16 किलोमीटर की यह यात्रा करने में आपको लगभग 10 से 12 घंटे का समय लगेगा। तो मेरा यह सुझाव है कि आप अपनी यात्रा सुबह 4:00 से 5:00 तक शुरू कर दे ताकि आप केदारनाथ जी की आरती से पहले केदारनाथ पहुंच जाए ,और वहां के भव्य आरती का आनंद ले। केदारनाथ में रुकने की व्यवस्था तो बहुत सारी है लेकिन वहां पर बहुत अच्छी रूम बहुत ही काम उपलब्ध है,

1) आपका बजट कम हो तो आप कैंप में रख सकते हैं जिसका प्राइज आपको ८०० से 1००० प्रति व्यक्ति के हिसाब से लगेगा यह ऊपर नीचे भी हो सकता है वहां के भीड़ के हिसाब से।

2) धर्मशाला यहां पर भी आपको ६००-७०० हजार रुपए के आसपास का खर्चा ही जाएगा लेकिन धर्मशाला में जगह बहुत कम मिलती है

3) GNVN के कैंपस और रूम जो की ऑलमोस्ट 6-8 महीने पहले ही बुक रहते हैं अगरआपको योजना 6-8 महीने या 1 साल पहले बन रहा है, तो आप GNVN की ऑफिशल वेबसाइट से अपने कॉटेज, रूम या कैंप बुक कर सकते हैं

4)उसके बाद वहां कुछ होटल भी अवेलेबल है जिसका प्राइज आपको 2000 से 2500 के बीच में पड़ेगा।

5) डॉरमेट्री भी उपलब्ध है जिसमें 12 से 15 लोग एक साथ एक कमरे में रहते हैं उसका प्राइस आपको १००० से 1500 के बीच में पड़ेगा। यह बताए गए प्राइस सिर्फ रुकने के लिए ही मान्य है इसमें आपका खाना उपलब्ध नहीं है।

 केदारनाथ के पास घूमने का स्थान।

) देवप्रायग यह वह स्थान है जहां से गंगा बनती है अलकनंदा और भागीरथी का अनोखा संगम यहां पर साफ-साफ देखा जा सकता है!

) धारी देवी टेंपल (Dhari Devi Temple)यहां के मानता है की मां धारी देवी यहां के धारा को व्यवस्थित करती है 2013 में केदारनाथ में आई आपदा का एक यह भी कारण माना जाता है कि धारी देवी को वहां से हटा दिया गया था।

) गुप्तकाशी (Guptkashi) में प्रभु शिव पांडव से बचने के लिए छुपे थे इसलिए इसे गुप्त काशी का नाम दिया गया यहां पर कुछ मंदिर है जो कि आप जा सकते हैं। 

) गौरीकुंड (Gaurikund) से केदारनाथ का ट्रैक स्टार्ट होता है वहीं पर एक छोटा सा कुंड है जिसमें हमेशा गर्म पानी रहता है चाहे वहां पर टेंपरेचर कितना भी नीचे हो लेकिन वहां अंदर पानी एकदम गरम रहता है, लोगों का यह भी मानना है कि यही वह स्थान है जहां पर मां पार्वती ने भगवान शिव के पाने  के लिए तपस्या की थी।

) बाबा भैरव केदारनाथ टेंपल (Bhairav Nath Temple) से 1 किलोमीटर ऊपर बाबा भैरवनाथ विराजमान है माना जाता है कि यह उसे स्थान की सुरक्षा करते हैं l

 ) शंकराचार्य केदारनाथ मंदिर से पीछे 500 मीटर की दूरी पर एक शंकराचार्य की भव्य मूर्ति बनाई गई है जहां बैठकर आप मेडिटेशन कर सकते हैं।

A complete guide to the Kedarnath Yatra

Introduction Kedarnath Temple is a holy pilgrimage site located in Dev Bhoomi, Uttarakhand. It is one of the most visited pilgrimage sites, ...